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मंदी की गड़गड़ाहटः टेस्ला ने कम कर दी हैं भर्तियां

१७ जून २०२२

क्या दुनिया आर्थिक मंदी के मुहाने पर हैं? वर्ल्ड बैंक द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद टेस्ला द्वारा नौकरियां कम करने को इसका बड़ा संकेत माना जा रहा है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीरतस्वीर: Nic Bothma/EPA-EFE

अमेरिकी उद्योगपति इलॉन मस्क द्वारा अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताए जाने के बाद से उनकी कंपनी टेस्ला ने नौकरियों के विज्ञापन 14 प्रतिशत कम कर दिए हैं. मस्क ने कहा था कि वह अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित हैं और दुनियाभर में भर्तियां रोकने की जरूरत है.

टेस्ला का यह कदम वैश्विक अर्थव्यवस्था की सेहत के बारे में एक चिंताजनक संकेत है क्योंकि दुनियाभर में बाजार सिकुड़ रहे हैं, मुद्रास्फीति बढ़ रही है और मंदी को लेकर डर बढ़ता जा रहा है. थिंकनम ऑल्टरनेटिव डाटा नामक संस्था द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में टेस्ला की वेबसाइट पर नौकरियों के विज्ञापन 5,855 से घटकर 5,011 रह गए हैं. थिंकनम के मुताबिक 21 मई की तुलना में विज्ञापनों की संख्या 32 प्रतिशत कम हो चुकी है.

इलॉन मस्क
इलॉन मस्कतस्वीर: Suzanne Cordeiro/AFP/Getty Images

इसके अलावा करीब 20 लोगों ने कहा है कि पिछले हफ्ते में उन्हें टेस्ला ने नौकरी से निकाल दिया है. हालांकि टेस्ला में काम करने वाले हजारों लोगों की तुलना में यह बहुत मामूली संख्या है लेकिन ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी का काम शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में दस प्रतिशत तक लोगों को निकाला जा सकता है.

एक टेस्ला कर्मचारी ने कहा कि पिछले महीने मस्क ने जब लोगों से दफ्तर आने और घर से काम करना बंद करने को कहा, तब से ही नौकरियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. इस बारे में रॉयटर्स ने टेस्ला से सवालों के जवाब मांगे लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.

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टेक्सस के ऑस्टिन में टेस्ला के लिए काम करने वाले जूलियन कैंटू ने बताया कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. उन्होंने कहा, "मैंने सोचा नहीं था कि मेरे साथ ऐसा होगा.” कैंटू घंटों के हिसाब से टेस्ला के लिए काम करते थे. उन्होंने कहा कि उनकी टीम के कई सदस्यों को हटाया गया है, जिनमें से कई तो ऐसे थे जो सिर्फ टेस्ला के लिए काम करने के वास्ते टेक्सस रहने आए थे.

जलवायु परिवर्तन के अनुकूल अपनी नीतियों को लेकर टेस्ला को एक आकर्षक नौकरीदाता माना जाता है. दुनियाभर में उसके लगभग एक लाख कर्मचारी हैं. लेकिन इसी महीने चीन में होने वाले तीन भर्ती आयोजन रद्द किए जाने को उसके द्वारा छंटनी करने के संकेत के रूप में देखा गया है. हालांकि कई अन्य क्षेत्रों जैसे जर्मनी में कंपनी द्वारा भर्तियां जारी हैं. जर्मनी में कंपनी अपना उत्पादन बढ़ा रही है. वहां कंपनी अब तक साढ़े चार हजार लोगों को भर्ती कर चुकी है.

मस्क की चिंता

इलॉन मस्क ने 2 जून को अपने उच्चाधिकारियों को एक ईमेल भेजा था. इस ईमेल में उन्होंने कहा था कि अर्थव्यवस्था को लेकर उन्हें "बहुत बुरी भावना” आ रही है और कंपनी को अपने कर्मचारियों में दस फीसदी की कमी करने व "दुनियाभर में भर्तियों को थामने” की जरूरत है.

अगले ही दिन उन्होंने सभी कर्मचारियों को भेजे एक नोट में कहा कि दस प्रतिशत कटौती उन लोगों को प्रभावित करेगी जो नौकरी पर हैं ना कि जो घंटों के हिसाब से काम करते हैं. 4 जून को एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि आने वाले 12 महीने तक नौकरी कर रहे कर्मचारियों की संख्या उतनी ही रहेगी और हम कुल संख्या बढ़ाना चाहेंगे.

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अर्थव्यवस्था के बारे में मस्क की चेतावनी को विश्लेषकों ने पूरे ऑटो सेक्टर के लिए चेतावनी माना है. हालांकि दो साल की महामारी और लॉकडाउन के कारण आर्थिक तनाव के बावजूद ऑटो सेक्टर ने भारी मांग देखी है, जबकि महामारी के कारण उत्पादन भी प्रभावित हुआ है. शंघाई में पिछले दो महीनों के दौरन लॉकडाउन के कारण टेस्ला का उत्पादन कम हुआ है.

पिछले समय में टेस्ला ने रिकॉर्ड आय और बिक्री की है लेकिन एक तथ्य यह भी है कि इस साल टेस्ला के शेयर का भाव 40 प्रतिशत तक गिर चुका है. हालांकि इसकी मुख्य वजह मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने को माना जा रहा है.

वर्ल्ड बैंक ने भी दी थी चेतावनी

दो हफ्ते पहले वर्ल्ड बैंक ने चेतावनी दी थी कि ‘मंदी को टालना अब बहुत मुश्किल' हो गया है और यूक्रेन युद्ध ने एक खतरनाक तूफान खड़ा कर दिया है. वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मैलपास ने कहा कि दुनिया के बहुत से देशों के लिए ‘मंदी को टालना बेहद मुश्किल' होगा.

विश्व बैंक का अनुमान है कि दुनिया में आर्थिक विकास दर इस साल 2.9 प्रतिशत रहेगी. जनवरी में उसने 4.1 प्रतिशत विकास दर रहने का अनुमान जाहिर किया था. इस कटौती की वजह स्टैगफ्लेशन को भी माना गया है. स्टैगफ्लेशन ऐसी स्थिति होती है जब मुद्रास्फीति बढ़ती है जबकि विकास कम होता जाता है. पिछले चार दशक से ऐसी स्थिति नहीं आई थी.

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विश्व बैंक के एक अन्य अधिकारी अयहान कोसे ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव, कोविड के कारण बाधाएं और ब्याज दरों में वृद्धि मिलकर एक तूफान खड़ा कर सकते हैं. उन्होंने कहा, "जब आप इन तीनों को मिला देते हैं तो हम खुद को एक परफेक्ट स्टॉर्म के बीच पाते हैं. इस तरह का तूफान विकास दर को दो प्रतिशत पर धकेल देगा और अगले साल यह 1.5 फीसदी रह जाएगी.”

कोसे ने कहा कि जब विकास दर 1.5 प्रतिशत के आसपास रह जाए तो यह एक बेहद तीखी और गंभीर गिरावट है. विश्व बैंक को 2023 और 2024 में भी कोई खास प्रगति की उम्मीद नहीं है और इन दोनों सालों में विकास दर का अनुमान मात्र 3 प्रतिशत है. 2021 में, जबकि दुनिया महामारी से उबर रही थी, तब विकास दर 5.7 प्रतिशत रही थी. 

वीके/एए (रॉयटर्स, एपी)

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